अपने फीलिंग्स को कैसे कंट्रोल करें ?
दोस्तों emotions हम सभी के अन्दर होती है.
इसी feelings के चलते हमारे अंदर हर चीज़ के प्रति कोई न कोई भावना पैदा होती है.
कभी कभी हमें अपने ज़िन्दगी में ऐसी चीज़ों का ध्यान रखना होता है जिसमे हमारी feelings जुडी हुई होती है.
यह हमारे साथ जुड़े लोगों के संबंध हो सकते हें, या हमारे साथ किसीऔर दोस्तों की भावनाएं हो सकती है आदि.
दूसरों की feelings का ख्याल रखना हमारा फ़र्ज़ होता है क्यूंकि इससे हमारी ज़िन्दगी साकार होती है.
दोस्तों आईये एक नज़र डालते हें की अपनी फीलिंग्स को कैसे कंट्रोल करें.
विषय - सूची
कितने प्रकार के emotions होते हें ?
दोस्तों सबसे पहले हमें यह देखना है की हमारे अन्दर 6 तरह के emotions क्या होते हें:
Sl No | Emotions |
1 | ख़ुशी की भावना |
2 | दुःख की भावना |
3 | आस्चर्य की भावना |
4 | गुस्से की भावना |
5 | डर की भावना |
6 | घृणा की भावना |
दोस्तों इन्ही emotions के चलते हम अपने जीवन में सभी से साथ जुड़े हुए होते हें.
जब एक से ज्यादा feeling हमारे अन्दर बनती है तो इससे नया emotion बनता है.
उदाहरण:
हमारे अन्दर जब ख़ुशी और भरोसा होता है तो इससे हमारे अन्दर की किसी के प्रति प्यार बढ़ता है.
1. ख़ुशी की भावना क्या है (khushi ki bhavna kya hai)
दोस्तों ख़ुशी की भावना तभी महसूस होती है जब हमारे अन्दर किसी चीज़ के मिलने की संतुष्टि होती है.
इसके चलते हमारे अन्दर एक पूर्ण संतुष्टि मिलती है और हमारा मन अन्दर से खुश हो जाता है.
इस तरह की भावना हमारे अंदर इन चीज़ों की वजह से आती है, जैसे की:
- चेहरे की मुश्कान
- हमारे शरीर की भाषा (body language)
- हमारे बोलने का तरीका
इन सभी चीज़ों से हमें पता चलता है की हम असल में ख़ुशी महसूस करते हें यां नहीं.
ज्यादा जानकारी: Jeevan me khush kaise rahe 9 तरीके in Hindi
2. दुःख की भावना क्या है (Dukh ki bhavna kya hai)
दोस्तों दुःख की भावना तभी महसूस होती है जब हमारे मन में किसी चीज़ की वजह से निराशा बनी हुई होती है.
यही निराशा हमारे दुःख का कारण बनता है जिसके वजह से हमारे अन्दर उम्मीद नहीं बन पाती है.
हम धीरे धीरे आशावादी से निराशावादी बन जाते हें.
इसके वजह से हमारे अन्दर इन चीज़ों में बदलाव नज़र आता है:
- चेहरे की मुश्कान चली जाती है
- हमारी body language झुकी हुई रहती है.
- हमारी बोली में एक गहरा दुःख दीखता है.
इसके चलते हमें ये अहसास होता है की हमारे अन्दर दुःख या गम भरा हुआ है.
3. आस्चर्य की भावना (Ascharya ki bhavna)
दोस्तों अस्चर्या यानि की surprise हमें तभी महसूस होता है जब हमें किसी चीज़ की उम्मीद नहीं होती है.
लेकिन वो हमारे ज़िन्दगी में अचानक हो जाती है.
हमें कई चीज़ों में अस्चर्या की bhavna आ सकती है जैसे की कोई अचानक हमसे मिलने आ जाए.
या फिर हमें किसी से कोई चीज़ की उम्मीद न हो और वो हमें मिल जाए.
आस्चर्य की भावना के चलते हमारे अन्दर भावनाओं का संचार 400% तक बढ़ जाता है.
अगर आपमें किसी चीज़ के लिए sakaratmak अस्चर्या महसूस हो रहा है तो आपमें ये सकारात्मक उर्जा बनेगी.
ठीक इसी तरह से नकारात्मक सोच आपमें 400 % नकारात्मक तरीके से असर डालेगी.
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4. गुस्से की भावना
दोस्तों गुस्सा या क्रोध हर किसी को आता है.
इसी गुस्से की वजह से हमारे अन्दर कई ऐसे नकारात्मक भावनाएं पैदा होती है जो हमारा नुकसान करती है.
यही नकारात्मक भावनाएं हमारे जीवन में मुश्किलें पैदा करती है.
दोस्तों हमें ये याद रखना है की जितना हम अपने आपको खुश रखेंगे उतना हमारे लिए जीवन आसन बन जाएगा.
ज्यादा जानकारी: Gussa kaise control kare 8 asardar tarike in 2021
5. डर की भावना
दोस्तों हमें डर कई कारणों से हो सकता है, जैसे की:
- किसी इंसान से डर की भावना का होना.
- कहीं किसी हादसे के होने का dar.
- किसीके खोने का डर आदि.
दोस्तों कई बार हमारी ज़िन्दगी में इसी dar की वजह से हम ज़िन्दगी में आगे कदम लेने से डरते हें.
यही dar हमें अन्दर ही अन्दर खाए जा रही होती है जिसकी वजह से हम आपना काम नहीं कर पाते हें ठीक तरीके से.
अन्य जानकारी: Talent को कैसे पहचाने 10 तरीकों से in 2021
6. घृणा की भावना
दोस्तों घृणा की भावना हमारे अन्दर कई कारणों से बन सकती है.
हमें अगर कोई चीज़ दिल से पसंद न हो तो हमारे अन्दर उसके लिए हमेशा एक घृणा की भावना पैदा होती है.
यह एक स्वभाभिक सी भावना होती है जो किसी भी इंसान में आ सकता है.
घृणा के होने के कई कारण मौजूद होते हें:
- अगर हमसे कोई बुरा बर्ताव करता है
- हमसे कोई बेवफाई करता है
- हमें चोट पहुंचता है आदि.
दोस्तों in सभी के चलते हमारे दिल में ऐसे जज़्बात बनते हें की हम उस इंसान को नापसंद करने हें.
दोस्तों हमने ये तो देख लिया की हमारे अन्दर कितने तरह के emotions (भावना) होते हें.
आईये हम अब देखते हें की अपनी फ़ीलिंग्स को कैसे कंट्रोल करें.
अपनी फ़ीलिंग्स को कैसे कंट्रोल करें?
दोस्तों हम अपने फ़ीलिंग्स को control बहुत तरीकों से कर सकते हें.
आज हम बात करेंगे की kaise आप अपने emotionsको control कर सकते हें in 5 तरीकों से:
Sl No | अपनी फ़ीलिंग्स को कैसे कंट्रोल करें? |
1 | अपने आपसे ये पूछिए की kyun आपको ऐसा महसूस हो रहा है |
2 | अपने भावनाओं को अपने दिल में दबाके मत रखिये |
3 | लम्बी सांस लीजिये अपने emotions को काबू में लाने के लिए |
4 | अपने आपको उचित समय दें |
5 | कोई exercise या meditation कीजिये |
1. सबसे पहले अपने आपसे पूछिए की आपको जो महसूस हो रहा है वो kyun हो रहा है
दोस्तों अपने आपसे ये पूछना ज़रूरी है की जो हम महसूस कर रहे हें वो kyun कर रहे हें.
इस वजह को जानना ज़रूरी होता है की हमारी भावना किन चीज़ों के कारण बन रही है.
अगर ये किसी ऐसी चीज़ों से बन रही है जो हम संभाल\ पाएँगे तो हमें इस्पे ज़रूर काम करना चाहिए.
हमारे अन्दर भावनाओं का बनना कोई बुरी बात नहीं होती है लेकिन इसकी वजह से हमें कोई नुक्सान होना सही नहीं है.
इसीलिए हमारी भावनाओं की जड़ तक जाना बहुत ज़रूरी होता है.
इसके लिए हमें उस भावना को महसूस करने के कारण से रोबरू होना पड़ेगा.
2. अपने भावनाओं को अपने दिल में दबाके मत रखिये
दोस्तों आप अपने अंदर चल रही emotion को दिल में दबाके मत रखिये.
इससे ये ज्यादा बढ़ती है और आपको और सताने लगती है.
आप जितना इसे द्सुरों से बाँट पाएँगे उतना आपको हल्का महसूस होगा और आप stress नहीं महसूस करेंगे.
दोस्तों आपके जज्बाद आपके दिल से शुरू होती है हमेशा.
अगर आपने इसे सही तरीके से काबू करना सिख लिया तो आपकी ज़िन्दगी में बहुत मुश्किलें कम ही जाएंगी.
अन्य जानकारी: अच्छी आदतें कैसे बनाए 3 असरदार तरीके?
3. लम्बी सांस लीजिये अपने emotions को काबू में लाने के लिए
दोस्तों लम्बी सांस लेने से आपको अपने अन्दर एक अजीब सी शांति मिलेगी.
जब आप ज्यादा खुश होते हें या ज्यादा गुस्से में होते हें तो आप बात नहीं कर पाते हें.
लेकिन जब आप लम्बी सांस लेते हें तो आपमें एक स्थिरता बनती है जिस्से आपका मन शांत हो जाता है.
Deep breathing exercises आपकी हमेशा मदद करती है.
इससे आपके शारीर में शांति का अनुभव होता है.
इससे आप अपने भावनाओं को अच्चे से control कर पाएँगे.
4. अपने आपको उचित समय दें
जब आप अपने भावनाओं को उचित वक़्त देते हें तो आपको गंभीर emotions का एहसास नहीं होता है.
क्यूंकि जब आप अपने आपको उचित समय और ज़रुरत के हिसाब से space देते हें तब अपने भावनाओं पे काम करने का मौका मिलता है.
कई बार सही समय मिलने से हमारा जीवन सही रास्ते में चलने लगता है.
5. कोई exercise या meditation कीजिये
दोस्तों meditation एक ऐसा माध्यम होता है जिसकी मदद से आपका मन शांत हो जाता है.
इसकी मदद से आप अपने भावनाओं से अच्छे तरीके से परिचित हो जाते हें और अपने stress पे काम कर सकते हें.
इसके मदद से आपको बेहतर नींद होती है.
Exercise या meditation की मदद से आपको एक घेरी शान्ति मिलेगी जिसकी आप हमेशा से खोज में थे.
अन्य जानकारी: Daily routine कैसे banaye 9 तरीकों से in 2021
सारांश
दोस्तों आज हमने देखा की अपनी फ़ीलिंग्स को कैसे कंट्रोल करें इन 5 तरीकों से, जैसे की:
- अपने आपसे ये पूछिए की kyun आपको ऐसा महसूस हो रहा है
- अपनी भावनाओं को किसीके साथ share कीजिये.
- लम्बी सांस लीजिये अपने emotions को control करने के लिए.
- अपने आपको उचित समय दीजिये अपने emotion से रूबरू होने के लिए.
- दिन में कोई exercise या meditation ज़रूर कीजिये.
आपसे जरूरी बात!!!👇
दोस्तों में आशा करता हूं कि आपको यह पढ़कर कुछ बेचैनी कम हुई होगी और थोड़ी मदद जरूर मिली होगी.
लेकिन दोस्तों हमारे feelings ही तय करते हैं कि हम अपने जीवन में किस तरह आगे बढ़ेंगे.
ज्यादा गुस्सा आने वाले हो कभी जीवन में शांति नहीं होती है या फिर ज्यादा उदास रहने वाले को कभी जीवन में कभी positive energy या उम्मीद महसूस नहीं होती है.
अगर हम अपनी भावनाओं को सही तरीके से दिशा देना नहीं सीखते हैं तो यह हमारे जीवन में कई समस्याएं लेकर आती है, जैसे कि:
- पारिवारिक जीवन में रिश्तो में दरार महसूस होना.
- बेचैनी महसूस करना.
- पढ़ाई करते वक्त मन विचलित रहना.
- दोस्तों के साथ अच्छे संबंध न बना पाना.
- काम करते वक्त कभी ध्यान एकत्रित न कर पाना.
इसीलिए यह जरूरी है कि हम अपने भावनाओं पर नियंत्रण करना सीखें जिससे हम अपने जीवन को सही दिशा में ले जा सके.
👉 सबसे बड़ी समस्या यह है कि हमारे जीवन में यह सब होते हुए भी हम किसी से इसके बारे में बात नहीं कर पाते है.
क्योंकि हमें लगता है कि हम अपने अंदर चल रहे परेशानियों के बारे में किसी को क्यों बताएंगे😔
लेकिन यही हम गलती करते हैं क्योंकि जब हम अपने अंदर के भावनाओं को दूसरों के साथ बांट लेते हैं और उनसे यह समझते हैं कि कैसे अपनी भावनाओं पर काबू किया जा सके तो हमारी जिंदगी बेहतर होने लगती है😃
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सर आज कल स्टूडेंट्स से लेकर जो यंग ऐज के लोग हो रहे हैं उनके अंदर प्यार के भूत सवार होते जा रहा हैं और वो रिलेशन सिप में पड़ते जा रहे हैं और वो अपने लक्ष्य को भूलते जा रहे हैं जिसके परिणाम स्वरूप हमारे देश मे बेरोजगारी की समस्या बढ़ती जा रही हैं इसके अलावा रिलेशनशिप में वो इतना गहरा चले जा रहे है कि वो ख़ुद को ही भूलते जा रहे हैं और वो अपने ख़ुसी के लिए दूसरों पर निर्भर होते जा रहे है जिसका परिणाम ये हो रहा है कि वो इस रिलेशनशिप से अलग होने के बाद खुद को ही नुकसान पहुंचाने लगते हैं या खुद का जीवन समाप्त कर ले रहे हैं
सर इस विषय मे तो मुझे बहुत लिखना था लेक़िन मैं नही लिख रहा हु क्योंकि क्या पता आप इसे पढ़े या नही लेक़िन मुझे आपसे बस यही पूछना है कि हम किन तरीको से लोगों का मदद कर सकते है इससे छुटकारा पाने में।
अगर सम्भव हो सकें तो रिप्लाई दें, धन्यवाद सर
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Hello friends myself ruhi mera bhai jo mujhse baat nahi ker raha h vo mera muh bola bhai h usne mera number bhi block ke diya hai mere lakh sorry kahne ke baad bhi vo nahi maan raha mujhe nahi pata ki mai kya karu use kaise manaun uski vajah se mera kisi cheez me man nahi lagta am very helpless
Ruhi aap chinta na kare kisi ki naraazgi jyada dino tak nahi rehti. Agar aapne apne side se maafi ke liya kaha hai to aapka Bhai aapko zaroor maaf kar dega. Hausla rakhiye sab theek hi jaega. Yah kuch samay ki baat hai
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Mujhe ek ldke ne propose kiya tha … Maine ek saal tk uske proposal me koi dhyan ni diya …baad me haa krdi ..lekin mujhe abhi abhi pta chala ki vo kisi or ldki se bhi pyar krta tha phle or mere baad bhi uski life m ek ldki aa gyi … Sir, I’m feeling very low after knowing the truth’ …. Please help 🙏what can I do now? ..