Dar ko kaise dur bhagaye in 2021 | 5 तरीके Dar को कैसे दूर भगाए

Dar ko kaise dur bhagaye?

नमस्कार दोस्तों🙏..कैसे हें आप सब?

दोस्तों आज हम baat करने वाले हें एक ऐसी चीज़ के बारे में जो हर इंसान अपनी ज़िन्दगी में कभी न कभी महसूस करता है.

में baat कर रहा हूँ “Dar” की.

चाहे वो एक छोटा बच्छा हो, एक नौजवान हो या एक बुजुर्ग इंसान. डर हर किसी को लगता है.

लेकिन is डर की वजह से हम ज़िन्दगी में कई बार कुछ करने से पीछे हट जाते हें.

इसके कारण हमारे हाथ में आई हुई opportunity निकल जाती है, aur हम ज़िन्दगी में अपने goals achieve नहीं कर पाते हें.

Safalta के लिए हमें कई चीज़ों का ध्यान रखना होता है. एक safal इंसान अपने डर पे काबू पा लेता है जिससे वो सफलता की और आगे badha चला जाता है.

तो आखिर हम अपने डर के कैसे काबू पाएं aur अपने Dar ko kaise dur bhagaye

दोस्तों Dar को दूर कैसे करें जानने से पहले आईये एक नज़र डालते हें की डर असल में होता kya है.

Dar kya hai | Dar kya hoti hai

दोस्तों डर एक ऐसी “feeling या भावना होती है जी हमारे अंदर किसी चीज़ के नुकसान पहुँचने से, दर्द होने से या फिर खतरे के होने से बनती है”.

डर kaise banta hai | Reasons of fear in Hindi

दोस्तों डर के पैदा होने के कुछ मुख्य कारण होते हें:

  • कई बार हम अपनी ज़िन्दगी में किसी ऐसे traumatic अनुभवों से गुज़रते हें जिससे मन में डर बैठ जाता है.
  • हमारे अंदर अगर किसी चीज़ की phobia होती है तो इससे डर पैदा होता है.
  • Panic महसूस करना किसी परिस्थिति में जिससे डर आता है.
  • बहुत बार हम हमारे मन में किसी डर को पहले से सोच लेते हें जिससे डर पैदा होता है.

इन सबके अलावा भी कई कारण होते हें डर के होने के, पर in प्रमुख कारणों से डर हमारे मन में हावी होने लगता है.

Dar kitne tarike ke hote hen | Types of fear

दोस्तों डर कई प्रकार के हो सकते हें अपने अनुभव के हिसाब से.

किसी को:

  • ऊंचाई से डर लगता है.
  • पानी से डर लगता है.
  • बंद कमरे या elevator से डर लगता है जिसे हम अंग्रेजी में Claustrophobia कहते हें.
  • जानवरों से डर लगना आदि.

इन सभी तरह के डर के होने की स्वाभाविक कारण होते हें.

Dar ke kya nuksan hai | डर के क्या नुकसान है

दोस्तों डर के kya नुकसान होते हें, जैसे की:

  • कई बार हम डर की वजह से अपना अगला कदम नहीं ले पाते हें, जिससे हम सफलता से दूर रहते हें.
  • हमारे अंदर की motivation भी कम होती है.
  • डर के चलते हमारे अंदर की productivity भी कम हो जाती है. इससे हमारे काम पर भी असर पड़ता है.
  • हम डर की वजह से झूट का सहारा लेते हें. इससे हम अपने आपको बचाने की कोशिश करते हें.
  • हम खुलके बोलने में हिचक महसूस करते हें.
  • दुखी रहते हें जिससे हम अपने दिन को सही tarike से इस्तेमाल नहीं कर पाते हें.
  • हमारे अंदर एक नकारात्मक उर्जा बनी रहती है जिससे हम सकारात्मक सोच नहीं बना पाते हें.

अब हमने ये जान लिया है की डर kya होता है, डर कितने प्रकार के होते हें और डर के kya नुकसान होते हें.

आईये देखते हें की अब dar ko dur kaise karen या dar ko dur kaise bhagaye.

Dar ko dur kaise bhagaye | डर को दूर कैसे भगाए

दोस्तों डर एक ऐसी चीज़ है जिसपे आप चाहें तो जीत सकते हें या फिर आप चाहें इसे अपने ऊपर हावी होने दे सकते हें.

कभी कभी डर का रहना भी ज़रूरी होता है. इससे हम अपनी ज़िन्दगी में काम करने के लिए कोशिश करते हें.

जैसे की अगर हमारे अंदर सांप का डर है तो यह डर होना अच्छी बात है क्यूंकि इससे हम कोई खतरा नहीं उठाएँगे किसी सांप को देखके.

यहाँ पर हम baat करेंगे कुछ ऐसी चीज़ों की जिससे आप अपनी डर को dur भगा सकते हें.

Dar ko dur kaise bhagaye

1.      Dar ko dur karne ke liye अपना डर का सामना करना सीखिए

दोस्तों डर को दूर करने के लिए अपने डर का सामना करना ज़रूरी होता है.

सबसे पहले हमें अपने डर को dur करने के लिए अपने डर को अच्छे से जानना पड़ेगा.

अगर हमें किसी चीज़ का डर होता है तो हमें इसके बारे में जानना ज़रूरी होता है.

अगर आपको public के सामने stage पे English में बोलने का डर लगता है, तो apko ये देखना होगा की आप कैसे अपनी English धीरे धीरे improve कर सकते हें.

इससे आप धीरे धीरे आपका डर निकलता है aur आप अपनी ज़िन्दगी में आगे बढ़ते हें.

इसीलिए डर को दूर करने के लिए आपको अपना डर का पता होना ज़रूरी होता है.

2.      Dar ko dur karne ke liye अपनी कल्पनाओं को sakaratmak tarike से बनाईये

दोस्तों अगर आप अपने अंदर के कल्पनाओं को sakaratmak tarike से istemaal कर सकते हें तो आपको इससे एक positive उर्जा मिलेगी.

आपकी सोच बताएगी आपको की आप किस दिशा में आगे बढ़ेंगे.

अगर आपकी सोच positive है, creative है aur आप कुछ अलग सोच पते हें तो आपको negative चीज़ें नहीं सताएंगी.

जैसी आपकी सोच होगी उतना ही बड़ा आपका डर होगा.

कई बार हम छोटी छोटी चीज़ों को लेकर ज्यादा डर मन में बिठा लेते हें.

इसीलिए हम जितना काम सोचेंगे किसी भी कम को करने से पहले उतना हमारे अंदर डर कम होता रहेगा.

अपनी imagination को बढ़ाने के लिए आपके पुरे दिन में एक ऐसा वक़्त खोजिये जब आपका मन शांत aur अकेला रहता है.

इस वक़्त आपमें पूरी उर्जा बनी रहती है और आपकी सोच पूरी तरह से positive बनी रहती है.

3.    Dar को dur करने के लिए आपकी सांस पे ज्यादा ध्यान दें

आप जब भी डरे हुए रहते हें, तब आप ये simple चीज़ कर सकते हें.

5-10 min तक लंबी सांस लें aur ये आपको पता चलेगा की धीरे धीरे आपके अंदर चीज़ें शांत हो रही हें.

इससे आप पाएँगे की आपका मन फिर से स्थिर हो गया है aur आपमें काम करने की उर्जा फिर से बन गयी है.

Anxiety और negative feelings भी choti choti साँस लेने के कारण बढती है जिससे आपमें aur negativity बढती जाती है.

लंबी सांस लेने की मदद से आप अपनी breathing पर पूरा ध्यन केन्द्रित कर सकते हें जिससे आप फिर से normal महसूस करने लगोगे.

4.      Dar को dur bhagane के लिए Nature के साथ जुड़े रहें

दोस्तों ये हम सबको पता है की कुदरत में हर चीज़ का जवाब छिपा हुआ होता है.

जब भी आपका मंत अशांत या विचलित होता है किसी भी डर की वजह से तो पास में कोई ऐसी जगह खोजिये जहाँ पे प्रकृति में अपना वक़्त बिता पाएं.

ये जगह कोई Park, playground, कोई जंगल या आपका बगीचा भी हो सकता है.

प्रकृति में वक़्त बीतने से आपके मन में कई positive thoughts पैदा होते हें, इससे आपका मन खुशहाल रहता है aur आपको relaxed महसूस होता है.

आप थोड़ी outdoor कसरत कर सकते हें जैसे की चलना या भागना. इससे आपके मन में happy hormones बनते हें जो आपके लिए मददकार बनते हें.

ज्यादा जानकरी: 10 तरीके Productivity kaise badhaye | How to increase productivity in hindi

5.    Dar को दूर bhagane के लिए is बारे में किसीसे आप baat कीजिये

दोस्तों अगर आपको डर ज्यादा सता रहा है तो आप is बारे में किसी dost से baat कीजिये.

बात कर लेने से आपका मन हल्का हो जाता है और आप हल्का महसूस करते हें.

बातें करने से आपके अंदर में छिपी हुई negativity चली जाती है aur आप कई चीज़ें आपस में बाँट लेते हें.

ये बिलकुल ऐसा ही है जहाँ पे एक dost दुसरे dost से बातें करता है aur अपनी बातें बताने के दौरान अपने परेशानी aur डर दूर करता है.

इस वजह से communication बहुत ज़रूरी होता है जब आप कभी भी ऐसी negative feelings से गुज़र रहे होते हें.

सारांश

दोस्तों हमें आज पता चला है की dar ko dur kaise करें, इससे हम अपनी ज़िन्दगी में कई चीज़ें हासिल कर सकते हें.

Dar ko dur करने के tarike अपनाए जा सकते हें, जैसे की:

  • अपने डर का सामना करना सीखें
  • Sakaratmak सोच बनाके रखिये.
  • लंबी सांस लें जब आपको डर लगता है.
  • प्रकृति के साथ जुड़े रहें.
  • अपने दोस्तों के साथ communicate कीजिये जिससे आपके अंदर से

दोस्तों डर एक ऐसी चीज़ होती है जो हर किसी को लगती है. इसका होना बहुत ही स्वाभाविक होता है.

डर की वजह से आप कई काम कर पाते हें, जैसे की:

  • पढाई कर पाते हें क्यंकि न पढ़ने ने Fail होने का डर है.
  • अपने job या career की तैयारी कर पाते हें, क्यूंकि अगर हम.
  • आप exercise करते हें क्यूंकि आपको डर लगता है की.

आपसे विनती

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