Stress ko kaise kam kare in 8 tariko से in 2021 | Reduce stress in hindi

नमस्कार दोस्तों🙏…कैसे हैं आप सब?

दोस्तों आज हम इस पोस्ट में बात करेंगे एक ऐसी चीज़ की जिसके बारे में हम अक्सर बात नहीं करते हैं.

उसका नाम है “stress” यानि की तनाव महसूस करना.

स्ट्रेस एक ऐसी चीज़ है जिससे हर कोई अपने ज़िन्दगी में महसूस करता है.

बहुत लोग इसे हर दिन जूझते हैं और किसीसे इसके बारे में बात नहीं कर पाते हैं.

चलिए इसके बारे में हम निचे सवालों के जरिये जानते हैं कि “स्ट्रेस क्या होता है”,”Stress क्यों होता है” aur “stress ko kaise kam kare”.

दोस्तों क्या आपको पता है की:

  • लगभग 75-90 % लोग अमेरिका में डॉक्टर से स्ट्रेस के कारण जाते हैं.
  • 60% employees जापान के हमेशा लगातार स्ट्रेस में रहते हैं.
  • 13% बच्चे anxiety डिसऑर्डर विकसित करेंगे स्ट्रेस की वजह से.
  • जो लोग हमेशा स्ट्रेस में रहते हैं उनमें 20% ज्यादा chances होते हैं हार्ट डिजीज के लिए.
  • 31% लोग स्ट्रेस में है डेली टेक्स्ट भेजने की वजह से… 😮😮
  • 60% के जवान लोगों में (18-24 साल की उम्र) ज़िन्दगी में सक्सेसफुल होने की वजह से स्ट्रेस होता है.

इन आंकड़ों से ये साफ़ होता है कि हमें इस चीज़ की समझ गहराई से होनी चाहिए और इसके बारे में खुलके बात करनी चाहिए.

आइये नीचे इसके बारे में और ज्यादा पढ़ते हैं.

Stress का मतलब क्या होता है? What is stress in Hindi

अगर हमारे साथ कुछ ऐसा अनुभव हो रहा है जिससे हमारे अंदर

  • शारीरिक बदलाव या
  • मानसिक बदलाव या
  • मनोवैज्ञानिक बदलाव आ रहे हैं.

इसे हम स्ट्रेस कह सकते हैं.

ये हमारे शरीर की एक स्वभाभिक प्रतिक्रिया होती है जब हम ऐसे किसी परिस्थिति से गुजरते हैं.

स्ट्रेस की वजह से हमारे शरीर में एक हॉर्मोन बनती है जिसका नाम है “Cortisol”.

अगर हमारे अंदर स्ट्रेस ज्यादा दिनों तक रहता है तो इसके कारण हमारे शरीर का internal बैलेंस बिगड़ता है.

यानि की अगर स्ट्रेस हमारे अंदर ज्यादा दिनों तक रहता है तो हम उसे distress” कहते हैं.

डिस्ट्रेस के कारण हमारे अंदर कई शारीरिक, मानसिक और मनोवैज्ञानिक बदलाव आते हैं जिसका हमारे ऊपर negative impact पड़ता है.

आजकल हर इंसान अपने उम्र के साथ स्ट्रेस महसूस करते हैं.

जैसे कि एक बच्चा अपने पढाई से स्ट्रेस में रहता है.

एक कॉलेज में जाने वाला लड़का अपने आने वाले करियर को लेकर स्ट्रेस में रहता है.

नौकरी में जाने वाला इंसान भी अपने काम से स्ट्रेस में रहता है.

एक बूढ़ा इंसान भी अपने परिवार और दूसरी चीज़ों से स्ट्रेस में रहता है.

Stress के lakshan kya है? What are the signs of stress in Hindi

दोस्तों स्ट्रेस की वजह से हमारे अंदर कई लसखान दीखते है जैसे की:

  • हमारे अपने mood का का बार बार बदलना
  • Diarrhoea का होना
  • सोने में तकलीफ होना सबसे बड़ा stress ka lakshan है
  • पाचन शक्ति में खराबी आना स्ट्रेस का लक्षण होता है
  • सरदर्द होना
  • कम्पन महसूस करना भी stress का lakshan है
  • ताकत में कमी महसूस करना
  • दिल की धड़कन में तेज़ी महसूस करना
  • थकान महसूस करना
  • खाने पीने में रूचि न होना आदि

 

स्ट्रेस कितने प्रकार के होते हैं? What are types of stress in हिंदी

 

दोस्तों स्ट्रेस मुख्यतः 4 प्रकार के होते हैं.

इसमें से 3 प्रकार के स्ट्रेस हमारे शरीर के लिए बुरा होता है aur 1 प्रकार अच्छा होता है.

आइये इसके बारे में जानते हैं.

4 प्रकार के स्ट्रेस

 

1.      तीव्र तनाव (Acute stress)

दोस्तों एक्यूट स्ट्रेस वो होता है जो हमारे साथ बहुत ही कम समय तक रहता है.

ये हमारे लिए अच्छा भी और बुआ भी हो सकता है.

ऐसे प्रकार के स्ट्रेस हम रोज़ महसूस करते हैं.

इससे हमें अपने काम को करने की प्रेरणा भी मिलती है.

ये स्ट्रेस कुछ यूँ होता है की हम अपनी रोज़ाना ज़िन्दगी में महसूस करते हैं जब भी किसी काम को करते हैं.

2. जीर्ण तनाव (Chronic Stress)

 

क्रोनिक स्ट्रेस एक्यूट स्ट्रेस के बिलकुल विपरीत होता है.

ये बहुत ही लम्बे अरसे तक हमारे साथ रह सकता है.

या फिर अगर हमारे पारिवारिक जीवन में तनाव का होना अदि.

इसके अलावा अलग चीज़ें हो सकती है जैसे की हमारे बिज़नस में टेंशन का होना.

 

3.      एपिसोडिक तीव्र तनाव (Episodic acute stress)

अगर हमें एक्यूट स्ट्रेस एक लम्बे अरसे तक रहता है तो इसे हम एपिसोडिक एक्यूट स्ट्रेस का नाम देते हैं.

ये हमारे अंदर गहराई से भरा हुआ होता है जिससे हमारे जीवन में एक लम्बे अरसे तक हमें इसे झेलना पड़ता है.

4.      अठखेलियाँ (Eustress)

दोस्तों  Eustress स्ट्रेस के बिलकुल विपरीत चीज़ होती है.

ये मज़ेदार और सकारात्मक होता है हमारे लिए.

इसके कारण हमारे अन्दर ऊर्जा बनी रहती है हमेशा और हमें इसके वजह से काम करने में मज़ा आता है.

इसका उदाहरण हो सकता है जैसे किसी मैच से पहले हमारे अंदर होनी वाली एक्ससिटेमेंट और नर्वस्नेस.

या फिर कोई बड़ा काम जिसके लिए हमने म्हणत करी है और वो संपूर्ण होने वाला हो.

दोस्तों अब हम देखते हैं कि स्ट्रेस का कैसे इलाज कर सकते हैं.

Stress को kaise kam kare? How to reduce stress in Hindi

दोस्तों मानसिक तनाव कम करने के कई तरीके होते हैं.

यहाँ हम बात करते 8 ऐसे तरीकों की जिससे हमारा स्ट्रेस कम हो सकता है.

1.      Exercise करें stress को kam karne के लिए

सबसे अच्छा तरीका होता है की हम रोजाना एक्सरसाइज करे.

दोस्तों हम अगर दिन में आधा घंटा भी एक्सरसाइज कर लेते हैं इससे हमारे अंदर डोपामाइन निकलता है.

इससे हमारे अंदर मूड में बदलाव आता है जो कि सबसे बड़ा स्ट्रेस बस्टर होता है.

मेरा अनुभव: मैंने भी कई बार स्ट्रेस अनुभब किया है कई वजहों से.

हमेशा एक्सरसाइज करने से स्ट्रेस कम होना मैंने अनुभब किया है.

2.      छोटे बच्चों के साथ वक़्त बिताइए stress kam karne के लिए

 

जी हाँ दोस्तों आप छोटे बच्चों के साथ वक़्त बिता सकते हैं अपने स्ट्रेस को कम करने के लिए.

छोटी बच्ची हमेशा खुशहाल और उमंग से भरे होते हैं.

उनके साथ खेलना और वक़्त बिताना आपके अंदर भी अपने बचपन के दिनों की याद दिला देगा… 😀

मेरा अनुभव: मुझे छोटे बच्चों के साथ खेलना बहुत पसंद होता है.

इससे मुझे बहुत मज़ा आता है. इससे कई बार में अपने टेंशन और स्ट्रेस भूल जाता हूँ.

3.पार्क में वक़्त बिताइए

आप पार्क में जा सकते हैं और कुछ वक़्त बिता सकते हैं.

आपको कुछ करना नहीं होगा बस वहां कही बैठ जाइये और अपने आसपास लोगों को बातें करते या रोजाना काम करते देखिये.

अपने चारो तरफ होते चीज़ो को देखकर आपको आनंद आएगा.

इसका सबसे अच्छा वक़्त होता है सुबह का वक़्त या फिर शाम का वक़्त जब सूरज ढल रहा होता है.

मेरा अनुभव: मै कई बार पार्क में जेक वक़्त बीतता हूँ और आसपास हो रहे चीज़ों को चुप चाप देखता हूँ.

इससे एक अलग सुकून मिलता है और एक अच्छा अनुभब होता है.

 

4. दोस्तों से बातें कीजिये स्ट्रेस को कम करने के लिए

 

ये एक पुरानी कहावत है,”A friend in need is a friend indeed”.

अपने दोस्तों के साथ बाटे कीजिये और उनको अपने दिल का हाल बताइये.

आपका मन हल्का हो जाएगा और आपको अच्छा लगेगा. वो भी आपसे उनके अनुभाभो के बारे में बताएँगे.

उनसे आप पर्सनली जाकर मिलिये और पुराणी यादें ताज़ा कीजिये.

मेरा अनुभव: में अक्सर दोस्तों से बात कर लेता हूँ जिससे मुझे स्ट्रेस फ्री महसूस होता है.

और बातें करते करते कई घंटे बीत जाते हैं लेकिन  kuch pata nahi chalta hai..😉

 

5.कोई नया habit बनाइये stress ko kam karne ke liye

आपको जो करना पसंद होता है वो करिये. आप कुछ नए हैबिट्स बना सकते हैं.

नया हैबिट बनाने से आपका मैं इसमें लगा रहेगा और आप इसको करने की तरफ ध्यान देंगे.

ये आपके लिए कुछ भी हो सकता है किताब पढ़ने से लेकर खाने बनाने तक.

मेरा अनुभव: मुझे खाना बनाना बहुत पसंद है और इसे करते वक़्त मुझे स्ट्रेस फील नहीं होता है.

इससे बहुत आनंद मिलता है और में इसे मज़े से करता हूँ.

आपको क्या करना पसंद है? निचे कमेंट में ज़रूर बताईये.

6. गाने सुनिए stress को kam karne के लिए

गाना / म्यूजिक का एक अच्छा प्रभाव होता है जब हमें स्ट्रेस फील होता है.

ये हमारे emotions को जगा देते हैं और हमें realxed feel करवाता है.

हम ज्यादा अच्छे से अपने काम पे कंसन्ट्रेट कर सकते हैं और हमारे मन्न और मसल्स में एक रिलैक्सेशन महसूस होता है.

रिलैक्सिंग और सूथिंग साउंड हमारे अंदर एक ठहराव लाता है जिससे हम इक अजीब सी शान्तो प्राप्त होती है.

मेरा अनुभव: गाने मेरे लिए हमेशा से एक बहुत बड़ा स्ट्रेस बस्टर रहा है.

इससे मुझे बहुत रिलैक्सेशन मिलता है और मुझे बहुत शान्ति का अनुभब होता है.

7. अपने परिवार वालों से भी बातें कीजिये

कई बार हम अपने परिवार वालों से अपने स्ट्रेस के बारे में बात नहीं करते हैं.

अगर आपके अंदर कोई टेंशन/स्ट्रेस आपको सता रहा है तो इसके बारे में अपने परिवार वालों से बात कीजिये.

आपको उनसे बहुत कुछ जानने को मिलेगा जो शायद आपको पता हो.

मेरा अनुभव: में हमेशा परिवार से बात करता हूँ जब भी किसी स्ट्रेस से गुजरता हूँ.

उनसे बात करके मुझे हमेशा अच्छा लगता है और एक अलग ही रहत का अनुभब होता है.

 

8. हसना ज़रूरी है stress को kam karne के लिए

दोस्तों आप जितना दिन में हसेंगे उतना आपके अंदर कोर्टिसोल से लड़ने में ताक़त मिलेगी.

हम रोज़ाना काम या दूसरे स्ट्रेस से लड़ते लड़ते हसना भूल जाते हैं.

कोई कॉमेडी फिल्म हो या कोई मेमेस हो आप हमेशा हस्ते रहिए और मुस्कुराइए.

मेरा अनुभव: मुझे Taarak Mehta Ka Ooltah Chasmah देखन बहुत पसंद है और आज भी में जब स्ट्रेस महसूस करता हूँ तो उसे ज़रूर देखता हूँ.

आपका फवौरीते कॉमेडी सीरियल क्या है? निचे कमेंट में ज़रूर बताईये.

 

 

Leave a Comment