आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्या है? What is artificial intelligence in hindi

Artificial intelligence (AI) kya hai?

ये आज के दुनिया के सबसे बड़ी चीज़ है. इसकी ज़रुरत हर जगह पे होती है जहाँ जहाँ मशीनो द्वारा काम किये जाते हैं.

Artificial intelligence की मदद से हर complex काम भी आसानी से हो पाते हैं.

ये इंसानों के लिए हमेशा से फायदेमंद साबित हुए हैं और इनकी वजह से कई चीज़ें आसान हो जाती है.

जानकारी: आज के तारीख में तकरीबन 270% की बढ़त देखी गयी है businesses में जब हम बात करते हैं Artificial Intelligence के इस्तेमाल के बारे में.

इंटेलिजेंस का क्या मतलब होता है?

इंटेलिजेंस वो चीज़ होती है जिससे किसी की बुद्धि नापी जा सकती है. इंटेलिजेंस की वजह से हमारे अंदर 3 चीज़ों का विकाश होता है:

  1. सुनने की शक्ति
  2. समझने की शक्ति
  3. सोचने की शक्ति

इन 3 चीज़ों से ही हम अपने जीवन में किसी चीज़ का निर्णय ले पाते हैं और उस चीज़ को करने में सक्षम हो पाते हैं.

इसीलिए इंटेलिजेंस का होना बहुत ही आवश्यक होता है क्यूंकि इस चीज़ से हमारे अंदर ज्ञान का भी विकास होता है.

आगे बढ़ने से पहले कुछ चीज़ें पहले अच्छे से समझते हैं:

इंटेलिजेंस कैसे पता करते हैं?

इंटेलिजेंस पता करते हैं बहुत ही आसान तरीके से.

ये पता करते हैं इंटेलिजेंस क्वॉटेंट (Intelligence  Quotient) यानि की (IQ) से.

IQ ऐसे निकाला जाता है:

(मानसिक आयु / कालानुक्रमिक आयु) * 100

यानी कि

(Mental Age/ Chronological Age) * 100

जितनी ज्यादा किसी की IQ होती है उतनी ज्यादा उसकी बुद्धि होती है.

इससे उसकी असल बुद्धि और निपुणता के बारे में पता चलता है.

आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस क्या होता है? | Artificial intelligence kya hota hai

आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस (AI) का सरल मतलब होता है मशीनों के अंदर इंसानी दिमाग जैसी ताकत का होना”.

इससे कंप्यूटर के अंदर इंसानों जैसे दिमागी शक्ति होती है जिससे उनके अंदर इंसानो जैसे काम करने की ताकत मिलती है.

उदाहरण

  1. इसका सबसे अच्छा उदहारण है SIRI. ये एक ऐसा AI जैसे application है जो Apple device में होता है.

ये स्मार्ट रिकमेन्डेशन पे चलता है. यानि की ये आपकी आवाज़ को सुनता है और सुनके उसे तकनिकी भाषा में बदलता है.

इसे हम तकनिकी भाषा में कंप्यूटर का कोड भी कह सकते हैं. इस कोड की मदद से सीरी हमें किसी पैटर्न, फ्रांसेस या कीवर्ड्स के बारे में बताता है.

इसकी मदद से हम अपने काम को कर सकते हैं.

2. दूसरा उदहारण है Google Assistant.

Google Assistant की मदद से आप किसी भी चीज़ को अपने आवाज़ के माध्यम से ढूंढ सकते हैं.

इसे दो तरफ़ा बात किया जा सकता है जिससे किसी चीज़ के बारे में आप ढूंढ सकते हैं. ये आपकी मदद के लिए हमेशा तैयार रहता है जब भी आपको उसकी ज़रुरत होती है.

3. Amazon की Alexa तीसरा उदाहरण है.

Aamzon Alexa या फिर सिर्फ Alexa भी AI पे चलने वाली वर्चुअल असिस्टेंट है.

ये सबसे पहले अमेज़न Echo Smart speaker से शुरू हुई थी.

आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस क्यों ज़रूरी है?

आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस की बहुत सारे फायदे हैं, जैसे की:

1. आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस की मदद से समय का बचत होता है

इसका सबसे बढ़िया उदाहरण है गूगल असिस्टेंट. जब भी हम चाहे किसी भी एप्प को खोलके अपना काम कर सकते हैं.

इससे हम podcast सुन सकते हैं या फिर कही जाते वक़्त Google Map की मदद से रास्ता ढूंढ सकते हैं.

इससे काफी समय की बचत हो जाती है जिससे हमें बहुत फ़ायदा होता है.

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2.  आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस पैसे की बचत करता है.

AI की मदद से आज कल कंपनी में ऐसे robots काम करते हैं जिनसे काफी पैसे की बचत हो जाती है.

ये इंसानों से भी अच्छा काम करते हैं जिसकी वजह से हर काम के लिए कम खर्चा होता है.

3.  इसकी मदद से काम में speed बढ़ती है.

AI काम की speed को बढाती है जिसकी वजह से हर काम में तेज़ी आ जाती है.

इस तेज़ी की वजह से कई कंपनियों आज नयी उंचाइन छू रही है.

4. आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस की मदद से एक बिज़नेस की productivity बढ़ती है.

ऊपर के सभी फायदे की वजह से एक बिज़नेस की प्रोडक्टिविटी बढ़ जाती है.

इसी बढ़ी हुई प्रोडक्टिविटी की वजह से कंपनी के खर्चे कम हो रहे और मुनाफा बढ़ते जा रहे हैं.

आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस के नुकसान क्या है?

आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस के नुकसान भी होते हैं. इसके कई नुकसान होते हैं जैसे की:

1.            इसको चलाने के लिए ज्यादा खर्चे होते हैं

AI वाले software चलाने के लिए बहुत ही ज्यादा खर्चे होते हैं.

एक उदहारण के तौर पे एप्पल को अपने वर्चुअल असिस्टेंट सिरी को लाने के लिए $200 million के आसपास का खर्चा हुआ था.

इतना ही नहीं इसको चलके हमेशा अपग्रेड करते रहने के लिए भी बहुत खर्चा होता है जिसको हमेशा करते रेहने मुश्किल होता है.

2.            ये इंसानों के बदले काम नहीं कर सकते हैं

मशीनों को चाहे जितना आप पावरफुल और स्ट्रांग क्यों न बना दो. ये हमेशा इंसानों से कम ताकतवर रहेंगे.

इसकी वजह ये होती है की मशीनो में इंसानो जैसी समझ और इंटेलिजेंस मौजूद नहीं होती है.

ये चाहे जितना आगे क्यों न चली जाये पर इसे इंसानो की आवशकता ज़रूर पड़ती है.

3        इनमे क्रिएटिविटी की कमी होती है

AI वाले मशीनो में इंसानो जैसी क्रिएटिविटी नहीं होती है. ये हमेशा इंसानो के द्वारा दिए गए इंस्ट्रक्शन के हिसाब से काम करते हैं.

इसकी वजह से इनमें क्रिएटिविटी की कमी होती है और खुद से ये कुछ नया सोच नहीं सकते हैं.

इसी क्रिएटिविटी की कमी की वजह से ये कभी इंसानों की बराबरी नहीं कर सकते हैं.

4.      इनसे इंसानों के लिए बनायीं गयी नौकरियों पे खतरा है

AI मशीन इंसानो के लिए खतरा भी साबित होते हैं.

क्यूंकि ये बहुत सारे काम अपने आप कर लेते हैं जिसकी वजह से इंसानों की काम को ये खुद कर देते हैं.

इससे इंसानों के हाथ से काम चले जाने का खतरा रहता है.

इसीलिए AI मशीन हमारे लिए एक खतरे का संकेत होते हैं. इससे हमारी नौकरी जा सकती है.

उदाहरण:

कई ऐसे काम होते हैं जो AI द्वारा किये जाते हैं और इंसानों से वो काम धीरे धीरे AI वाले सिस्टम ले जा रहे हैं. ऐसे कुछ उदाहरण है:

  1. रिसेप्शनिस्ट (Receptionist) के काम.
  2. Bookkeeping का काम जो accountant से मशीने धीरे धीरे ले जा रहे हैं.
  3. Courier Delivery के सर्विसेज जिसको AI drones कर रहे हैं.

निष्कर्ष

Artificial intelligence kya hai और इसकी ज़रुरत आज कितनी बढ़ गयी है. ये आज हमने देखा.

इसके फायदे और नुक्सान तो बहुत हैं लेकिन इसकी ज़रुरत आने वाले समय में और बढ़ने वाली है. इसके वजह से कई बदलाव आने वाले हैं.

इसके लिए हमें तैयार रहने की ज़रुरत है.

 

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