दोस्तों आज हम बात करने वाले हैं एथेरियम के बारे में और चर्चा करेंगे कि Ethereum क्या होता है?
आपने क्रिप्टो करेंसी के बारे में तो सुना ही होगा और आपको पता होगा की क्रिप्टो करेंसी कितनी प्रचलन में है.
आज के तारीख में अगर डिजिटल पेमेंट की बात की जाए तो क्रिप्टो करेंसी एक उभरता हुआ पेमेंट का जरिया बन चुका है.
बिटकॉइन और एथेरियम दोनों ही एक दूसरे के बराबर के प्रतिद्वंदी है.
हम आज इस आर्टिकल के जरिए इन विषयों पर चर्चा करने वाले हैं:
- एथेरियम क्या है?
- Ethereum किसने बनाया है?
- एथेरियम Bitcoin से कैसे अलग है?
- एथेरियम के भाव कैसे बदलते हैं?
- एथेरियम स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट पर ज्यादा फोकस क्यों देता है?
- Ethereum की टीम कौन है?
- एथेरियम कितने लोग इस्तेमाल करते हैं?
- क्या आपको इस एरिया में इन्वेस्ट करना चाहिए?
- Etheruem का भविष्य क्या है?
- Etheruem किस देश की मुद्रा है?
- क्या इस इरम को भारत में कानूनी तौर पर लीगल माना गया है? Etc
आइए इन विषयों पर आगे चर्चा करें…
विषय - सूची
एथेरियम क्या है (What is Ethereum in Hindi)
मीडियम एक डिसेंट्रलाइज ओपन सोर्स ब्लाकचैन टेक्नोलॉजी से जुड़ी क्रिप्टोकरंसी है जो स्मार्ट कांट्रैक्ट फंक्शनैलिटी पर काम करती है.
इस टेक्नोलॉजी की क्रिप्टो करेंसी को हम Ether कहते हैं.
क्रिप्टो करेंसी की मार्केट में एथेरियम दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टो करेंसी है market capitalization के तौर पर.
एथेरियम सन 2013 में programmer Vitalik Buterin के द्वारा बनाया गया था.
इसे Solidity में लिखा गया है जिसे पहली बार 30 जुलाई 2015 में जारी किया गया था.
Ethereum किसने बनाया है (Who made Etheruem)
Ethereum क्रिप्टो करेंसी को साल 2013 में प्रोग्रामर Vitalik Buterin ने बनाया था.
इसे सॉलिडिटी में लिखा गया है.
सॉलिडिटी एक ऑब्जेक्ट ओरिएंटेड हाई लेवल प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है जिसकी मदद से स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट बनाया जाता है.
स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट ऐसे प्रोग्राम होते हैं जो किसी भी अकाउंट के बिहेवियर को पर रखते हैं एथेरियम state में.
सॉलिडिटी एक करली ब्रैकेट प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है जो Ethereum Virtual Machine (EVM) को टारगेट करती है.
यह C++, Python और जावास्क्रिप्ट से प्रभावित है.
Ethereum बिटकॉइन से कैसे अलग है? (How is Ethereum different than Bitcoin)
एथेरियम और बिटकॉइन में इस प्रकार अलग होते हैं:
Difference | Bitcoin | Ethereum |
Meaning | बिटकॉइन साल 2008 में सतोशी नाकामोतो के द्वारा बनाई गई | एथेरियम सन 2013 में Vitalik Buterin द्वारा बनाई गई थी |
Purpose | इसका मकसद था national currency को रिप्लेस करना 2008 के फाइनैंशल क्राइसिस के समय | इसका मकसद था ब्लॉकचेन की मदद से एक डिसेंट्रलाइज्ड पेमेंट नेटवर्क और storing computer code बनाना |
Smart Contracts | इसमें स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट की जरूरत नहीं होती है | इसमें स्मार्ट कांट्रैक्ट सॉलिडिटी और बाईपास में लिखी गई है. इसमें ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करके किसी नियमित तरीके से चीजों को स्टार्ट की जाती है. |
Transactions | इसका इस्तेमाल सिर्फ नोट रखने के लिए किया जाता है | इसमें कुछ code भी होते हैं जिसका इस्तेमाल किया जाता है |
Hash Algorithm | Bitcoin SHA-256 से काम करता है | Ethereum Keccak-256 Hash algorithm से काम करता है |
Consensus Mechanism | Proof of Work (POW) एक Consensus Mechanism है जिसका इस्तेमाल Bitcoin Network करती है. | Proof of Stake (POS) एक Consensus Mechanism है जिसका इस्तेमाल Bitcoin Network करती है. |
Block Time | 10 mins | 14 – 15 secs |
Block Limit | 1MB | N.A. |
Popularity | 1st most popular | 2nd most popular |
एथेरियम के भाव कैसे बदलते हैं (What affects the price of Ethereum)
Ethereum के भाव decide होते हैं मार्केट के सप्लाई और डिमांड पर cryptocurrency के.
स्टॉक मार्केट की तरह Ethereum के भाव ऊपर नीचे होते रहते हैं.
पेपर करेंसी मार्केट में भी ऑर्डर बुक की तरह buy ओर sell का order आता है.
जब Ethereum की डिमांड बढ़ती है तो फिर एथेरियम का भाव ऊपर होता है और जब Ethereum की डिमांड घटती है तब एथेरियम का भाव नीचे होता है.
एथेरियम स्मार्ट कांट्रैक्ट पर इतना focus क्यों करता है (Why does Ethereum focus on smart contracts in Hindi)
Ethereum की वर्चुअल मशीन (EVM) स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट पर एग्जीक्यूशन का काम करती है.
इसकी मदद से स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट एक भाषा से दूसरी भाषा में ट्रांसलेट होती है जो bytecode की मदद से पढ़ी जा सकती है.
EVM कम से कम 140 अलग-अलग कोड एग्जीक्यूट कर सकती है किसी भी नियमित काम से जुड़ी task के लिए.
Ethereum की टीम में कौन-कौन है (Who are there in the team of Ethereum)
Ethereum की शुरुआत साल 2013 में programmer Vitalik Buterin के द्वारा बनाई गई थी.
इसके दूसरे फाउंडर है:
- Gavin Wood
- Charles Hoskinson
- Anthony Di Lorio
- Joseph Lubin etc.
सन 2014 में इसकी डेवलपमेंट की काम शुरू हुई थी और यह 30 जुलाई 2015 में लाइव हुआ था.
Ethereum किसी भी इंसान को परमानेंट और immutable decentralized application बनाने की अनुमति देता है.
इसकी मदद से कई सारे फाइनेंशियल सर्विसेज जैसे कि brokerage, एक्सचेंज और बैंक क्रिप्टो करेंसी की इस काम में मदद करते हैं और इंटरेस्ट देते हैं.
Ethereum का इस्तेमाल कितने लोग कर रहे हैं? (How many people use Ethereum in Hindi)
दुनिया भर में एथेरियम बिटकॉइन के बाद सबसे ज्यादा जाने वाली क्रिप्टो करेंसी होती है.
आज की तारीख में यह बकरी 122 Million कि सरकुलेशन में फैली हुई है जो बिटकॉइन के मुकाबले 10 गुना ज्यादा है.
साल 2013 में बनाने के बाद इसे 2015 में लांच किया गया था.
इसमें 8 लोगों की भागीदारी थी, जिसमें Vitalik Butarin ने सबसे सर्वश्रेष्ठ founder के तौर पर काम किया.
क्या आपको भी हमें निवेश करना चाहिए (Do you need to invest in Ethereum in Hindi)
Ethereum की आज की कीमत है Rs. 1,11,382.
एक्सपर्ट्स का मानना है अगर आप छोटी अवधि के लिए एथेरियम में निवेश करना चाहते हैं तो दो 2024 से 25 तक यह सबसे सही समय होगा Ethereum में निवेश करने का.
Ethereum एक बहुत ही volatile और बहुत जल्दी fluctuate करने वाली क्रिप्टो करेंसी है.
इसलिए इसमें निवेश करने से पहले आपको सोच समझकर निवेश करने का फैसला करना होता है.
Ethereum का भविष्य क्या है (What is the future of Ethereum in Hindi)
Ethereum साल 2027 तक $5906 तक पहुंचने का अनुमान लगाया जा रहा है.
डिजिटल currency होने के साथ-साथ यह बहुत ही ऊपर नीचे होने वाली क्रिप्टोकरंसी है.
इसीलिए इसमें निवेश करने से पहले आपको सोच समझकर कदम लेना होगा और अपनी judegement सही तरीके से लेनी होगी.
एक्सपर्ट की राय में Ethereum लंबी अवधि के लिए एक बहुत ही अच्छा जरिया है और लंबे समय के लिए cryptocurrency के तौर पर निवेश करने लायक योग्य पात्र हैं.
सारांश Ethereum kya hai
Ethereum क्रिप्टो करेंसी होने की वजह से आपको इसमें लंबे समय तक निवेशक रहना सही समझेंगे.
क्योंकि कम समय के दौरान आपको इसकी मदद से अच्छा मुनाफा कमाना मुश्किल होगा.
इसीलिए जब आप इतने लंबे समय तक invested रहेंगे तभी आपको इसका पूरा फायदा मिलेगा.
इसकी वजह से आप इसमें निवेश करने से पहले जल्दबाजी न करें और समय को ध्यान में रखकर इसमें निवेश करने के लिए वक्त दें.